2018 मकर सक्रांति पर्व Makar Sakranti Parv


सभी पाठकों को मकर सक्रांति कि हार्दिक सुभकामनाएँ  हिन्दू धार्मिक पुराणों के अनुसार सूर्य धनु राशी से
मकर राशी में प्रवेश करता है तो उस समय मकर सक्रांति होती है ये 12 स्क्रान्तियों में सबसे महत्वपूर्ण है जो जनवरी कि 14 तारीख को मनाया जाता है ये कर्म हर दो साल में बदलता रहता है आने वाले दो साल में ये 15 जनवरी को मनाई जाएगी 
मकर सक्रांति का महत्व  इस दिन प तप धार्मिक कार्य दान दक्सिना का विशेष महत्व है इस दिन दान किये हुवे का  फल कई गुना ज्यादा मिलता है इस दिन tirth स्थलों में स्नान कर गरीबों को kambel चदर मिठाई का दान करें कर्क सिंह मकर रसियों men सूर्य का प्रवेश धार्मिक द्रष्टि se फलदायक mana jata hai
मकर सक्रांति से सूर्य उतरी गोलार्ध कि और आना सुरु हो जाता है इसलिए इस दिन से दिन बड़े और रातें छोटी होने लग जाती है और गर्मी के दिन सुरु हो जाते है

मकर सक्रांति से जुडी प्राचीन लोक कथाएं  भगीरथ jb अपने पूर्वजों का मोक्ष करवाने गंगाजी को धरती पर लाये थे भगीरथ के पीछे 2 गंगा सागर में जा मिली थी वो मकर सक्रांति का हि दिन था तब जाकर उनके पूर्वजों को मोक्ष मिला था इस त्यौहार को अलग २ राज्यों में दुसरे नामों  से मनाया जाता है

इस दिन व्रत कर गाय को अनाज खिलाएं महाभारत के युद्ध में जब भीष्म पितामह तीरों कि सेया पर थे उन्हें इच्छा म्रत्यु का वरदान था  मकर सक्रांति के दिन हि अपनी देह का त्याग किया था तिल के लड्डू और मिठाई के आलावा पतंग उड़ाने कि भी परम्परा है इस दिन पतंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है


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