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छोटी दीपावली की रात माँ लक्ष्मी का चमत्कार हुवा

https://youtu.be/uXUqJ9ntzkw      माँ का चमत्कार  छोटी दीपावली की रात हुवा    🙏🙏🙏🙏 असा चमत्कार आपने पहले कभी नहीं देखा होगा

मंगलवार को धनतेरस पर एक दिया जलाएं धन पानी की तरह बरसेगा

https://youtu.be/PJErX0OBv6c      मंगलवार को धनतेरस पर करें ये उपाय  धन पानी की तरह बरसेगा

करवा चोथ पूजन सुब मुहूर्त

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करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि में रखा जाता है. पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला यह व्रत चंद्रोदय व्यापिनी तिथि में करना चाहिए. इस बार करवा चौथ का व्रत 8 अक्तूबर को रखा जाएगा. चतुर्थी तिथि का प्रारंभ आठ अक्तूबर को शाम 4.58 मिनट पर होगा. इस तिथि का समापन नौ अक्तूबर को मध्याह्न 2.16 मिनट पर होगा. इस बार चंद्रोदय 8 अक्तूबर को रात्रि 8.10 मिनट पर हो रहा है. आचार्य संतोष खंडूरी के अनुसार करवा चौथ पर पूजा का मुहूर्त शाम 5.54 मिनट से शाम 7.10 मिनट तक शुभ रहेगा         .javascript:void(0) इस अवधि में शुभ की चौघड़िया एवं सूर्य की होरा रहेगी. रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर इस व्रत का समापन किया जाता है. चतुर्थी के देवता भगवान गणेश हैं. इस व्रत में गणेश जी के अलावा शिव-पार्वती, कार्तिकेय और चंद्रमा की भी पूजा की जाती है. इस दिन गेहूं अथवा चावल के 13 दानें हाथ में लेकर कथा सुननी चाहिए. मिट्टी के करवे में गेहूं, ढक्कन में चीनी एवं उसके ऊपर वस्त्र आदि रखकर सास, जेठानी को देना चाहिए. रात में चंद्रमा उदय होने पर छलनी की ओट में चंद्रमा का द...

बाबा की तमाम प्रॉपर्टी की जाँच करें इनकम टेक्स डिपार्टमेंट हाईकोर्ट का आदेस

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पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बुधवार को रेप के आरोप में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम पर शिकंजा और कस दिया। हाईकोर्ट ने इनकम टैक्स और एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट से कहा कि वो राम रहीम की तमाम प्रॉपर्टीज (movable/immovable) की जांच करे। हाईकोर्ट ने डेरा की जांच करने वाले कमिश्नर से कहा है कि वो अपनी जांच रिपोर्ट की एक कॉपी जल्द हाईकोर्ट को सौंपे। हाईकोर्ट ने दो जांच ट्रिब्यूनल बनाने को भी कहा है। इनमें से एक हरियाणा, जबकि दूसरा पंजाब में काम करेगा। हाईकोर्ट ने यह ऑर्डर एक पिटीशन पर सुनवाई के दौरान दिया। दूसरी ओर, राम रहीम की करीबी हनीप्रीत की तलाश दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने तेज कर दी है।

Tren Hadsa in Mujafarnagar

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टीएन मिश्र, लखनऊ पुरी से हरिद्वार के बीच चलने वाली उत्कल एक्सप्रेस (18477) के 14 कोच शनिवार को पटरी से उतर गए। इनमें से आठ कोच एक दूसरे पर चढ़ गए। हादसे में कम से कम 21 यात्रियों की जान चली गई, जबकि 100 से ज्यादा यात्री घायल हो गए। इससे पहले, मीडिया रिपोर्ट्स में 23 यात्रियों के मारे जाने की खबर आ रही थी। दुर्घटना की वजह एक ओर जहां पटरी का टूटना बताया जा रहा है, वहीं इस ट्रेन में पुरानी तकनीक वाले कन्वेंशनल कोच लगे होने को भी यात्रियों की मौत का कारण माना जा जा रहा है। पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की तर्ज पर अगर कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस में भी लिंक हाफमेन बुश (एलएचबी) कोच लगे होते तो आठ कोच एक दूसरे पर न चढ़ते। इससे कई यात्रियों की जान बच सकती थी। रिसर्च डिजाइन्स ऐंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (RDSO) ने करीब एक दशक पहले ही टक्कररोधी कोच का आलमनगर में सफल परीक्षण किया था। उसके बाद कोचों की डिजाइन में सुधार भी किया था। रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिए थे कि अब लंबी दूरी की ट्रेनों में आधुनिक टक्कररोधी एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। इसके बावजूद यह काम गति नहीं पकड़ सका है। एलएचबी कोचों और सीबीसी कपलिंग होने से...

मरने के बाद आत्मा कहाँ जाती है ओर कैसे

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जीवन और मृत्यु दोनों ही संसार का परम सत्य है। जो धरती पर आया है उसका एक दिन जाना तय है। यह जानते हुए भी मनुष्य मरने से डरता है और जब मृत्यु की घड़ी नजदीक आ जाती है तब प्राणों से और मोह बढ़ जाता है। लेकिन यम के दूत मोह में फंसे हुए व्यक्ति की एक नहीं सुनते हैं और यमपाश में बांधकर व्यक्ति की आत्मा को शरीर से बाहर खींच लेते हैं। यम पाश में बंधा प्राणी लाख जोर लगा ले लेकिन उससे मुक्त नहीं हो पाता है और अंततः उसे शरीर को और अपने सगे-संबंधियों को छोड़कर जाना पड़ता है। मृत्यु के समय की इस स्थिति का वर्णन गुरूड़ पुराण में मिलता है। इस पुराण में बताया गया है कि जब मृत्यु की घड़ी निकट आती है तो यम के दो दूत मरने वाले प्राण के सामने आकर खड़े हो जाते हैं। उन्हें देखकर प्राणी घबरा जाता है। जुबान बंद हो जाती है। प्राणी बोलना चाहता है लेकिन गले से घर-घर की आवाज आती है कुछ बोल नहीं पाता है। यमदूत यमपाश फेंककर जब शरीर से प्राण खींचने लगते हैं तब पूरे जीवन में व्यक्ति ने जो भी कर्म किए हैं वह सारी घटनाएं व्यक्ति की आंखों के सामने से एक-एक करके तेजी गुजरती है       मरने के बाद हमारे ...

लोक देवता गोगा जी का इतिहास

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 गोगाजी राजस्थान के लोक देवता हैं जिन्हे जहरवीर गोगा जी के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का एक शहर गोगामेड़ी है। यहां भादव शुक्लपक्ष की नवमी को गोगाजी देवता का मेला भरता है। इन्हे हिन्दु और मुस्लिम दोनो पूजते है| वीर गोगाजी गुरुगोरखनाथ के परमशिस्य थे। चौहान वीर गोगाजी का जन्म विक्रम संवत 1003 में चुरू जिले के ददरेवा गाँव में हुआ था सिद्ध वीर गोगादेव के जन्मस्थान, जो राजस्थान के चुरू जिले के दत्तखेड़ा ददरेवा में स्थित है। जहाँ पर सभी धर्म और सम्प्रदाय के लोग मत्था टेकने के लिए दूर-दूर से आते हैं। कायम खानी मुस्लिम समाज उनको जाहर पीर के नाम से पुकारते हैं तथा उक्त स्थान पर मत्‍था टेकने और मन्नत माँगने आते हैं। इस तरह यह स्थान हिंदू और मुस्लिम एकता का प्रतीक है। मध्यकालीन महापुरुष गोगाजी हिंदू, मुस्लिम, सिख संप्रदायों की श्रद्घा अर्जित कर एक धर्मनिरपेक्ष लोकदेवता के नाम से पीर के रूप में प्रसिद्ध हुए। गोगाजी का जन्म राजस्थान के ददरेवा (चुरू) चौहान वंश के राजपूत शासक जैबर (जेवरसिंह) की पत्नी बाछल के गर्भ से गुरु गोरखनाथ के वरदान से भादो सुदी नवमी को हुआ था। च...